विश्व की 50 प्रतिशत आबादी महामारी से प्रभावित हो सकती है इस महामारी से
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50 % of world population will get this diseases -| Next pendamice
मई 2023 की who की रिपोर्ट ने पूरी दुनिया के सामने एक सवाल खड़ा कर दिया है और पूरे विश्व के साथ साथ भारत जैसे विकासशील देशों को इस पेंडामिक से सबसे ज्यादा नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है
नमस्कार दोस्तो मैं आपका दोस्त प्रेम The one mastar के माध्यम से WHO की दी गई चेतावनी से जुड़ी कुछ जानकारी और नेक्स्ट पेंडमिक के खतरे से आपको रूबरू करवाने जा रहे है दोस्तो इस ब्लोग में जो भी जानकारी दी जा रही है वह WHO की मई 2023 में दी गई NEXT PENDAMICE की चेतावनी
ओर अन्य रिसर्च के माध्यम से दी जा रही है.
इतिहास के झरोखे से -जैसा कि आप सभी को ध्यान है की अभी हाल ही में सन 2019 20 में फैली कोरोना महामारी यानिकि कोविड 19 से भारत ही नहीं पूरे विश्व को हिला दिया था भारत में ही जहा साढ़े चार लाख लोगों की मौत हुई थी वही पूरे विश्व की बात करे तो 1.2 मिलियन से अधिक मोते हुई थी और ये आंकड़े सिर्फ आधिकारिक आंकड़े है
बहुत से लोग घर पर ही बिना आधिकारिक जानकारी के इस पेंडामिस के शिकार हो गए थे इससे पहले के शतको को बात की जाए तो 1817 से 1920 तक हैजा फ्लैग और इंफ्लूएंजा जेसी महामारी से पूरा विश्व प्रभावित हो चुका है भारत में 1817 से 1920 के दौरान हैज़ा, प्लेग और इंफ्लुएंजा इन तीन महामारियों में देश ने करीब चार करोड़ लोग खोए। इन तीनों ही महामारियों के दौरान दुनिया में सबसे ज़्यादा प्रभावित रहा हिंदुस्तान। ये तो हुई बीती हुई महामारी की बाते अब खतरा आने वाली महामारी NEXT PENDAMICE का मंडराने लगा है
हाल मे गुजरी महामारी - विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख, टेड्रोस ने एक चेतावनी जारी की है और अपनी रिपोर्ट में कहा ही कि दुनिया को अगली महामारी के लिए तैयार हो जाना चाहिए, जो कि कोविड-19 (COVID-19) महामारी से भी 'अधिक घातक' हो सकती है. ऐसे समय में जब कोरोना वायरस संक्रमण के मामले दुनिया भर में कुछ हद तक स्थिर बने हुए हैं. डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने ये चेतावनी जारी कर लोगों की चिंता बढ़ा दी है. टेड्रोस ने कहा, "वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल के रूप में COVID-19 का अंत, वैश्विक स्वास्थ्य खतरे के रूप में कोविड-19 का अंत नहीं है." Covid 19 से पहले 2002 2003 में SARS से जुड़ी रिपोर्ट में ही आधिकारिक संकेत दे दिए थे जिसके बाद 2012 में MERS से जुड़ी रिपोर्ट में भी इस महामारी के खतरे से पूरी दुनिया को आगाह कर दिया था उसके बाद मार्च 2019 में covid से जुड़ी कुछ रिपोर्ट और प्रकाशित हुई थी फिर भी हम इस चेतावनी से अंजान बने रहे फिर आया covid 19 तब ध्यान पूरे विश्व में जो भी हुआ वो दिल दहलाने वाला था
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Next pendamice हाल ही में मई 2023 में WHO की इस रिपोर्ट ने पूरे विश्व को यह सोचने पर मजबूर कर दिया क्या फिर से कोई महामारी भारत सहित पुरे विश्व को बड़े खतरे में डाल सकती है WHO की माने तो विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 'डिजीज एक्स' नाम दिया है. डब्ल्यूएचओ ने यह भी कहा है कि हो सकता है कि यह दुनिया में फैलना शुरू भी हो चुकी हो.
यूके के हेल्थ एक्सपर्ट्स ने डिजीज एक्स के बारे में कहा है, कोविड-19 से भी अधिक घातक साबित होगी. 1918-1920 में स्पैनिश फ्लू से दुनिया भर में 5 करोड़ लोगों की जान गई थी और डिसीज एक्स के कारण भी इतनी ही मौतों की उम्मीद की जा सकती है.नए शोध में कहा गया है कि इबोला, सार्स और निपाह और माचुपो वायरस जैसे फिलोवायरस अगली महामारी को बढ़ावा दे सकते हैं।कई देशी ने इस पेंडामिक से जुड़ी रिसर्च करना शुरू कर दिया है पालतू और जंगली जानवरो में इस वायरस के होने की रिसर्च जारी है और कई देश Next पेंडामीक को लेकर रिसर्च अंतिम चरण में चल रही है और आने वाले कुछ ही समय में रिपोर्ट भी आ सकती हैप्रारंभिक संकेत तो WHO ने दे दिए है
हाल ही मे हमारे पत्रकार मित्र कि रिशर्च मे सामने आया मंद्सौर का मामला
मंदसोर,,, मुक्तिधाम में 91 दिनों में 558 चिताएं जली,हर तीसरी मौत हार्ट अटैक से,ये दौर 2021 के कोविड के बाद सबसे भयावह स्थिति है
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